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जेठ करता था गंदी बात, छोटे भाई ने उतारा था मौत के घाट

जेठ करता था गंदी बात, छोटे भाई ने उतारा था मौत के घाट





बदायूं । थाना जरीफनगर क्षेत्र के गांव मिर्जापुर मोहसनपुर में युवक का शव उसके घर के सामने पड़ा मिला था। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया, जिसमें गला दबाकर हत्या की बात सामने आई थी। परिजनों ने गांव के तीन लोगों पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने जांच की तो मामला पलट गया। पत्नी से बदतमीजी और अश्लीलता करने पर छोटे भाई ने ही बड़े की हत्या की थी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। एसपी देहात डॉ. केके सरोज ने सोमवार को खुलासा करके जानकानिवासी हरपाल पुत्र अतर सिंह का शव दो फरवरी की रात उसके घर के बाहर पड़ा मिला था। परिजनों के आरोप लगाने पर पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया तो हत्या की पुष्टि हुई थी। मृतक के भाई मुनीश ने गांव निवासी कल्यान पुत्र बाबूराम, रामगुलाम पुत्र मदनलाल व गांव आरिफपुर भगता नगला निवासी रोतास पुत्र देवेंद्र सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। थाना प्रभारी अश्वनी कुमार ने जांच शुरू की। लोगों से जानकारी करते पता चला कि हरपाल शराबी प्रवृत्ति और हेकड़ किस्म का था। जो शराब के नशे में अक्सर महिलाओं से बदतमीजी करता था। जो सामूहिक दुष्कर्म, पॉक्सो एक्ट, एससीएसटी एक्ट के मामले में जेल जा चुका है। उसके दो भाई मुनीश व रजनेश उर्फ नन्हें हैं। मुनीश अपनी पत्नी व बच्चों के साथ गांव में बने घर और रजनेश व हरपाल गांव के बाहर घेर में रहते थे। हरपाल शराब के नशे में रजनेश की पत्नी के कमरे में घुसता और बदतमीजी करता था। विरोध करने पर वह रजनेश से मारपीट करता था। रजनेश ने मुनीश को बताया। विरोध करने पर हरपाल दोनों भाइयों को पीटता था। दोनों भाई हरपाल से डरते थे। हरपाल गांव के लोगों से भी झगड़ा करता था। जांच के दौरान साक्ष्य संकलित करके पुलिस ने रजनेश को हिरासत में लिया और पूछताछ की। उसने बड़े भाई की गला दबाकर हत्या की बात कबूल की। उसे जेल भेजा गया है। गिरफ्तारी करने वाली टीम में थाना प्रभारी अश्वनी कुमार, उपनिरीक्षक दिनेश तिवारी, कांस्टेबिल आशीष कुमार, सुरेंद्र गिरि, लाला सिंह रहे।

गला दबाकर हत्या के बाद पेड़ पर लटकाया था शव
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि दो फरवरी की रात हरपाल अपने घर पर शराब के नशे में था। रात लगभग 12 बजे रजनेश शौच के लिए जंगल गया था। वहीं उसका भाई मुनीश भी अपने खेत पर पानी लगा रहा था। रजनेश की पत्नी घर पर अकेली थी। हरपाल उसके कमरे में घुस गया और बदतमीजी करने लगा। इसी दौरान रजनेश शौच से वापस आ गया। उसने हरपाल का विरोध किया तो दोनों में मारपीट होने लगी। रजनेश ने गला दबाकर हरपाल की हत्या कर दी। साड़ी से उसके गले में फंदा बनाकर अपने घर के आंगन में खड़े नीम के पेड़ पर टांग दिया। उसे विश्वास हो गया कि हरपाल मर किया तो शव को नीचे उताकर जमीन पर डाल दिया। अगले दिन सुबह मुनीश खेत से लौटकर आया तो उसने पुलिस को फोन करके सूचना दी। मुनीश और पूरे परिवार को हरपाल की सच्चाई पता थी तो दो दिन तक तहरीर नहीं दी। जिसके बाद परिवार में बातचीत के बाद तीन लोगों पर रिपोर्ट दर्ज कराई।